FROM THE DIRECTOR'S DESK
Kunwar Kanak Singh Rao
सुप्रसिद्ध व्याख्याता एवं लेखक कुंवर कनक सिंह राव राजस्थान की शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रखर सूर्य की भाँति हैं, जिसके प्रकाश में समस्त शिक्षा जगत के नक्षत्र अपनी आभा से शिक्षार्थियों के जीवन को प्रकाशित कर रहे हैं। राजस्थान के कांठल - प्रतापगढ़ के निकट ठिकाना ठलभू में जन्में कुंवर कनक सिंह शैशवकाल से ही बहुमुखी प्रतिभाओं से युक्त एवं हरफन मौला व्यक्तित्व के धनी है। एक छोटे से गाँव में जन्म लेने के बावजूद भी अपनी इसी प्रतिभाशाली प्रकृति और उच्च कोटि की चारित्रिक विशेषताओं के बल पर उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया तथा उत्कृष्ट योग्यताओं के साथ जिस भी क्षेत्र में वे गये, शीर्ष रहे। 14 वर्ष की अल्पवय में ही उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में ‘कुंवर क्रांति’ के नाम से अपनी पहचान स्थापित कर ली थी। शीघ्र ही अखिल भारतीय कवि के रूप में वे विख्यात हुए तथा राष्ट्रीय मंचों पर उन्होंने ओजगुण और वीर रस से परिपूर्ण गम्भीर एवं आशावादी काव्यपाठ के माध्यम से एक ऐसी ओजस्वी चेतना का प्रसार किया जिसके श्रवण मात्र से युवा वर्ग अर्जित हो उठा।
FROM THE DIRECTOR'S DESK !
Mr. Sumit Chandak
व्यापार जगत में अपनी अमिर छाप रखने वाले आंत्रप्रन्योर सुमित चांडक जी की पृष्ठभूमि एक उद्यमी घराने से जुड़ी हुई है। वे एक समृद्ध व्यवसायी परिवार से सम्बद्ध युवा हैं, जिन्होंने दिनोदिन अपने परिवार की विरासत को अक्षुण्ण बनाये रखने के साथ-साथ इसे निरन्तर विस्तार प्रदान किया और अपनी नई सोच के माध्यम से अपने पारिवारिक व्यवसाय को नई ऊँचाईयों पर ले गये। यही नहीं, निरन्तर नये नवाचारों के पक्षधर सुमित चांडक ने व्यवसायी होते हुए भी अनुभव प्रयोगों को वरीयता दी और शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखा। यद्यपि शैक्षिक जगत में उनकी जड़े बहुत पुरानी हैं। सन् 1942 से ही उनका परिवार ‘आर.बी.डी. पब्लिकेशन’ के रूप में राजस्थान की एक अग्रणी प्रकाशन संस्था रहा है। इसलिए कह सकते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र से इनका नाता बहुत पुराना है। अब इसी पथ पर एक कदम और आगे बढ़ाते हुए उन्होंने राज्य के दो दशक पुराने कोचिंग संस्थान ‘मिशन इंस्टीट्यूट’ से जुडकर उसे नई ऊँचाईयों पर ले जाने का बीड़ा उठाया है। वर्तमान में ‘मिशन संस्थान’ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की एक ऐसी संस्था है, जिसे छात्रों का अटूट विश्वास प्राप्त है। मिशन से अपनी परीक्षा की तैयारी कर हजारों की संख्या में छात्र सरकारी नौकरी प्राप्त कर रहे हैं। राज्य के युवा को ‘लक्ष्य भ्रमित’ होने की दशा से मुक्त करने का जो अभियान मिशन ने चला रखा है वह सुमित चांडक की नई ऊर्जापूर्ण मेघा और मिशन टीम के समन्वित प्रयास से संचालित हो रहा है। एक सफल व्यवसायी होने के नाते उन्होंने प्रतियोगी संस्थान को अनेक नई विशिष्टताएँ प्रदान की जिन्होंने विद्यार्थियों की सफलता के प्रतिशत का ग्राफ आकस्मिक रूप से ऊपर उठाया है। अपनी दूर दृष्टि के माध्यम से सुमित चांडक जी ने उस लक्ष्य पर केन्द्रित होकर कार्य किया, जहाँ सफलता सौ प्रतिशत संभव है। अपने इसी दृष्टिकोण को निरन्तर नये आयाम देते हुए वे राज्य के विद्यार्थियों के लिए एक ऐसे हितकर कार्य में संग्लग्न हैं, जो उन्हें एक व्यवसायी से एक समाजसेवी युवा के रूप में मुखरित करता है।
‘मिशन’ की योग्यताओं के बहु महत्वपूर्ण बिंदु-